Deepawali

झुलस रहा माटी का कण कण उमड़ रही रसधार हैत्योहारों का देश हमारा, हमको इससे प्यार है Deepawali जब भी कोई भी त्योहारों की तैयारी होते देखती हूं मुझे कवि…

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